हत्था जोड़ी से वशीकरण
मध्यप्रदेश में हत्था जोड़ी नाम का एक जंगली पौधा पाया जाता है इसकी जड़ें मानव भुजाओं की तरह होती है एवं आखरी में एक बंद मुट्ठी के आकार का होता है यह मध्यप्रदेश में ही पाया जाता है इसका उपयोग तंत्र शास्त्र में बहुत ही चमत्कारी बताया गया है तथा इसका उपयोग आयुर्वेद में भी प्रमुखता से किया जाता है तथा इसका उपयोग कोर्ट कचहरी मुकदमा शत्रु वाधा वशीकरण आदि में भी करते हैं इसके द्वारा टोने टोटका आदि प्रमुखता से किया जाता है और यह लोगों के लिए चमत्कारी साबित होता है यह एक अद्भुत चमत्कारी होने के साथ साथ चामुंडा देवी का प्रतिरूप माना जाता है
हत्था जोड़ी प्रयोग –
१-हत्था जोड़ी का उपयोग ग्रामीण क्षेत्र में स्त्री प्रसव में किया जाता है प्रसूता में चंदन के साथ घिस कर इसे नाभि में लगा दिया जाता है जिस कारण बच्चे का जन्म आराम से हो जाता है
२- हथाजोड़ी का प्रयोग गर्भपात कराने के लिए भी किया जाता है लेकिन इससे गर्भपात कराने से हिस्टीरिया की बीमारी होने का डर होता है ।
३- यदि किसी व्यक्ति की पेशाब रूक गई है तो हत्था-जोड़ी को पानी के साथ घिसकर पेडू पर लगाने से पेशाब खुलकर होती है और खुल जाती है
४- कब्ज होने पर हत्था जोड़ी को पानी के साथ घिसकर पेट में लगाने से कब्ज से छुटकारा मिल जाता है ।
५. हाथी हत्था जोड़ी का उपयोग पीलिया में किया जाता है इसके लिए हत्थाजोड़ी का चूर्ण बनाकर मरीज को शहद के साथ चटा दिया जाता है और फिर मरीज को कपड़ा ओढ़कर मुंह ढककर सोने के लिए कह दिया जाता है और जैसे-जैसे मरीज का पसीना निकलता है पीलिया उसके पसीने के साथ निकल कर झर जाता है
६- यदि बच्चा बहुत अधिक रोता हो या हर समय बीमार रहता हो तो हत्थाजोड़ी लौंग इलाइची उसके पास रख देनी चाहिए लाभ होता है ।
७- हत्था जोड़ी को तीन धातु से बने ताबीज़ में डालकर गले में धारण करने से भय नहीं लगता है और वह व्यक्ति बलशाली हो जाता है और उसके सभी कार्य सिद्ध होने लगते हैं
हत्था जोड़ी सिद्ध करना-
१- हत्था जोड़ी को सिद्ध करने के लिए सुबह उठकर स्नान कर पूजा स्थल पर आसन बिछाकर एक पीपल के पत्ते पर अपना नाम लिखकर उस पर हत्था जोड़ी स्थापित करें और रुद्राक्ष की माला से 5 दिन तक तीन माला रोज जप करें ऐसा करने से हथाजोड़ी अभिमंत्रित हो जाएगा और आपके कार्य हेतु जागृत हो जाएगा।
मंत्र-
क्कः हत्थाजोडी मम् सर्वाःकार्य सिद्ध कुरू-कुरू स्वाहः
२- हत्था जोड़ी को सिद्ध करने के लिए सर्वप्रथम स्नान कर स्वच्छ होकर आसन बिछाकर पूर्व दिशा की तरफ मुख करके बैठ जाए और इक्कीस हजार मंत्रों का जाप करें तथा मंत्र समाप्त होने के बाद 21 सौ मंत्रों से हवन करें 210 मंत्रों के साथ तर्पण करें और 21 मंत्रों के साथ मार्जन करें आपका हथाजोड़ी अभिमंत्रित हो जाएगा और किसी भी कार्य हेतु पूर्ण उपयोगी होगा
२- ॐ ऐं हीं क्ली चामुण्डायः विच्चेहः स्वाहः
३- हत्था जोड़ी को सिद्ध करने के लिए होली के 1 दिन पूर्व स्नान कर शुद्ध होकर स्वच्छ होकर सफेद वस्त्र धारण कर पूजा करें और उसके बाद हत्था जोड़ी को तिल्ली के तेल में डुबोकर रख दें यदि तेल कम होता है और हत्थाजोड़ी तेल सोख लेता है तो पुनः तेल डाल सकते हैं इसी तरह 2 सप्ताह बाद हत्था जोड़ी को निकालकर गायत्री मंत्र जपते हुए उसका पूजन करें और इलायची को एक तुलसी में पत्ते में रख कर उसमें हत्था जोड़ी रखकर किसी चांदी की डिब्बी में रख दे और एक हजार बार मंत्र जपते हुए इसे अभिमंत्रित करें या अभिमंत्रित हत्था जोड़ी आपको धन ऐश्वर्य विद्या प्रदान करेगा
मंत्र-
ॐ किलिंक् कीलिहः स्वाहः
मंत्र प्रयोग-
१- यदि आपके दांपत्य जीवन में हमेशा लड़ाईयां होती रहती हैं और इस ग्रह कलेश के कारण घर पनप नहीं पा रहा है और घर में अशांति का वातावरण है तो दांपत्य जीवन को सुखी बनाने के लिए आप सुबह स्वच्छ होकर स्नान कर आसन लगाकर हत्था जोड़ी को सामने रख तीन माला मंत्र रोजना जपने से आपको लाभ होगा
मंत्र-
ॐ हाँ गः जू सः अमुक् में वश्यः वश्यः स्वाहः
२- घर में धन की वर्षा कराने के लिए एवं व्यापार में लाभ होने के लिए हत्था जोड़ी का प्रयोग किया जाता है इसे व्यापार स्थल में रखने से व्यापार में वृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता रहता है व्यापार स्थल में प्रतिदिन मंत्रों का जाप करते रहना चाहिए
मंत्र-
श्रीं ह्रीं क्लीं श्री महालक्ष्मयै नमः
३- उच्च शिक्षा और अच्छी नौकरी प्राप्त करने के लिए हत्था जोड़ी को मंदिर स्थल में रख कर पूजा करने से एवं मंत्रों का जाप करने से अच्छी नौकरी और उच्च शिक्षा में उच्च स्तर प्राप्त होता है
मंत्र-
ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं सरस्वतयः नमः
हत्था जोड़ी से वशीकरण-
वशीकरण एक सामान्य विद्या है इसके द्वारा दूसरे व्यक्ति को प्रभावित करना या उस को आकर्षित करना या उस व्यक्ति को सम्मोहित करके अपने वश में कर लेना वशीकरण कहलाता है मंत्रों द्वारा अपने प्रिय जनों को मना लेना या अभिमंत्रित मंत्रों द्वारा किसी भी व्यक्ति को नियंत्रित कर लेना वशीकरण में आता है हत्थाजोड़ी का प्रयोग करने के लिए श्री दुर्गा सरस्वती का ग्यारह हजार बार मंत्र जप कर इसे अभिमंत्रित कर लिया जाता है
मंत्र-
ज्ञानिनामपि चेतांसि, देवी भगवती ही सः
बलादाकृष्यः मोहायः महामायः प्रयच्छति
वशीकरण में फिर अभिमंत्रित हत्था जोड़ी को एक लाल कपड़े में बांधकर रख दिया जाता है और साधक के द्वारा निरंतर उसकी उपासना-आराधना की जाती है और जो भी व्यक्ति अभिमंत्रित हत्था जोड़ी को अपने पास रखता है उसको देखने वाला व्यक्ति सम्मोहित हो जाता है और वह अगर चाहे किसी को भी मंत्रो द्वारा सम्मोहित कर सकता है ।